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पुलिस विभाग की सराहनीय पहल ‘एक्के नंबर-सब्बो बर’, भारत का पहला ‘डायल-112’ प्रोजेक्ट जो आपातकालीन स्थिति में पुलिस, अग्निशमन व चिकित्सा की सुविधा करेगा प्रदान

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कृषि महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम

जगदलपुर। छत्तीसगढ़़ में राजधानी समेत राज्य के 11 शहरों में मंगलवार से सिंगल इमरजेंसी नंबर डायल-112 की शुरूआत हो रही है। जिससे सूचना मिलने से दस मिनट के भीतर इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल (ईआरव्ही) पहुंचेगी और जरूरतमंद की मदद करेगी। जगदलपुर में भी इसकी शुरूआत मुख्य अतिथि सांसद दिनेश कश्यप के हाथों मंगलवार की शाम को कुम्हरावंड स्थित कृषि महाविद्यालय से की गयी। जिसमें जगदलपुर, बस्तर को 11वाहन मिले हैं। इस सुविधा के लिए 80 से अधिक कॉल सेंटर बनाए गये हैं। यह सुविधा GPS जैसी आधुनिक तकनीक से लैस होगी। जिसके अंतर्गत शहरी क्षेत्र के लिए 10मिनट व ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 30 मिनट का समय दिया गया है।

शुभारंभ के दौरान दीप प्रज्जवलित करते मुख्य अतिथि

डायल-112 का मोबाइल एप भी बन गया है। यह सीधे कंट्रोल रूम से जुड़ा होगा, एप में दिए इमरजेंसी बटव को क्लिक करने से सीधे कंट्रोल रूम में सूचना पहुंच जायेगी। कम्प्युटर स्क्रीन पर लोकेशन के साथ वहां जाने का रास्ता भी प्रदर्शित होगा। साथ ही इस एप पर फोटो व वीडियो अपलोड करने का फीचर भी रहेगा। मैसेज टाइप करके भी शिकायतें भेजने की सुविधा होगी। इसके बाद पुलिस, एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड़ की टीम मौके के लिए रवाना हो जायेगी। ‘डायल-112’ के लिए मॉर्डन कंट्रोल रूम बनाया गया है। चौबीसों घंटे सेवा देने के लिए शहर में ‘ईआरव्ही’ की टीम भी तैनात रहेगी।

कंट्रोल रूम की तस्वीर

छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में भिन्न भाषा व बोली का भी ध्यान रखा गया है, इसलिए विभाग द्वारा गोंडी, हल्बी, छत्तीसगढ़़ी के अलावा मराठी, तेलगु, गुजराती जानने वालों की भर्ती की जा रही है। सिंगल इमरजेंसी नंबर-112 फेसबुक, वॉटसएप व ट्विटर से कनेक्ट होगा। डायल 112 के पेज में जाकर जरूरतमंद मैसेज कर सकेंगे, जिस दौरान लोगों की शिकायतें या सूचनाएं गोपनीय रहेंगी। पुल्स विभाग के लिए यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी कही जा सकती है, जिसका सफलता पूर्वक संचालन आवश्यक होगा।

परियोजना की जानकारी

डायल-112 के शुभारंभ के दौरान जगदलपुर विधायक संतोष बाफना, महापौर जतिन जायसवाल, कमिश्नर बस्तर धनंजय देवांगन, पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा, पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण, डीआईजी दन्तेवाड़ा रेंज रतनलाल डांगी, कोबरा बटालियन डीआईजी प्रशांत जंबोलकर, सीईओ जिला पंचायत बस्तर प्रभात मल्लिक के सहित जिले के गणमान्य नागरिक व विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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