बाढ़ आपदा प्रबंधन और क्षति का आंकलन करने के दिए निर्देश

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को सर्तक रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति पर नजर रखते हुए आपदा प्रबंधन संबंधी सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित करने को कहा है।

मुख्यमंत्री ने बारिश को देखते हुए प्रभावित इलाकों में यदि कहीं कोई क्षति हुई है तो उसका शीघ्र आंकलन करने और प्रभावितों को तत्काल आवश्यक सहायता मुहैया कराने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा है बारिश को देखते हुए सभी नियंत्रण कक्ष पूरी तरह मुस्तैद रहें। नदी-नालों के पानी के स्तर पर निरंतर नजर रखी जाए, बारिश के दौरान जल जनित रोगों को देखते हुए सभी आवश्यक चिकित्सकीय व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। स्वास्थ्य केन्द्रों में जल जनित रोगों, गैस्ट्रोएंटेराइटिस और सर्पदंश आदि की दवाएं और एंटीडोट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रहे। आपदा प्रबंधन दल मुस्तैद रहे और समय पूर्व सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए।

बता दें कि विगत 9 दिनों से दक्षिण बस्तर के कई इलाकों जैसे बीजापुर, कोंटा, दंतेवाड़ा के किरन्दुल, बचेली जैसे क्षेत्रों को लगातार भारी बारिश का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते आम जन-जीवन ठप्प हो चुका है। वहीं बीजापुर जिला मुख्यालय टापू में तब्दील हो चुका है। मिंगाचल नदी के बाढ़ का पानी नेशनल हाइवे के ऊपर से बह रहा है। बीजापुर जिला मुख्यालय का संभाग मुख्यालय जगदलपुर से संपर्क टूट चुका है। जिसके चलते नेशनल हाइवे पर जाम की स्थिति निर्मित हो गयी है। बहरहाल बीजापुर कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और डीएफओ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। वहीं क्षेत्रीय विधायक ‘विक्रम मंडावी’ भी मिंगाचल बाढ़ में लगभग पूरी तरह डूबे सीआरपीएफ कैम्प की स्थिति का जायज़ा लेने पहुंचे।

दिनेश के.जी. (संपादक)

सिर्फ खबरें लगाना हमारा मक़सद नहीं, कोशिश रहती है कि पाठकों के सरोकार की खबरें न छूटें..

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By दिनेश के.जी. (संपादक)

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