शिक्षक भर्ती-प्रक्रिया को पूर्ण न करने पर अभाविप ने दी छत्तीसगढ़-सरकार को आंदोलन की चेतावनी, कलेक्टर को सौंपा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन

जगदलपुर। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में पदस्थापना में हो रहे इस अनावश्यक विलम्ब के विरोध मे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला-बस्तर ने आज मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। परिषद ने कहा कि प्रदेश मे नियमित शिक्षको की आवश्यकता लंबे समय से रही है। शिक्षक भर्ती 2019 का विज्ञापन आने के पश्चात् आशा की एक किरण जगी थी, किंतु विज्ञापन के बाद 17 माह और चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन के बाद 08 महीने बीत जाने के उपरान्त भी पदस्थापना नहीं हो सकी है। जिसके वजह से सभी 14580 अभ्यर्थियों की चिंता बढ़ गई है।


अभाविप जिला-संयोजक ‘कमलेश दीवान’ ने कहा की इस व्याख्याता भर्ती परीक्षा के परिणामों की वैधता 30 सितंबर को खत्म होने से पहले पदस्थापना क्यों नहीं की जा रही है? छत्तीसगढ़ के सभी स्कूलों में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की भारी कमी होने के कारण नियुक्ति शीघ्रातिशीघ्र की जानी चाहिए थी। फिर भी पदस्थापना में इतना विलम्ब करना उचित नहीं। शिक्षक भर्ती के विषय पर ही आर्थिक संकट का बहाना क्यों, जबकि इसे पिछले सत्र के बजट में ही शासन द्वारा स्वीकृत किया जा चुका है। नियमित शिक्षकों को न लेकर समान वेतन पर ही संविदा भर्ती करना समझ से परे है।


शिक्षक-अभ्यर्थियों और विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए शिक्षक भर्ती 2019 की पदस्थापना संबंधी इस प्रक्रिया को आगे न बढ़ाने पर परिषद 28 अगस्त को प्रदेश के सभी विकासखंड मे सांकेतिक धरना प्रदर्शन हेतु बाध्य होगी। ज्ञापन देने के दौरान जिला संयोजक कमलेश दीवान, अतुल राव सहित गजेंद्र बघेल, शुभम बघेल ,प्रतिज्ञा बाजपेई, सत्यम तिवारी, कार्तिक जैन, सचिन यादव, सौरभ वर्मा, निर्मल कुमार कोसरे, राहुल रॉय, नीलमनी चौहान व अन्य अभाविप कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दिनेश के.जी. (संपादक)

सिर्फ खबरें लगाना हमारा मक़सद नहीं, कोशिश रहती है कि पाठकों के सरोकार की खबरें न छूटें..

Dinesh KG
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