जगदलपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा प्रदेश में 14580 शिक्षकों की नियुक्ति को अनावश्यक विलम्ब करने के मामले में जगदलपुर के सिरहासार चौक में प्रदर्शन किया गया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने दो दिन पहले प्रदेश भर में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर सरकार को चेतावनी दिया था एवं शुक्रवार को परिषद कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन करते हुए नाराजगी व्यक्त किया गया। कार्यकताओं ने सांकेतिक रूप से सरकार को जगाने के लिए घन्टा व शंख बजाकर प्रदर्शन किया।
अभाविप के नगर सहमंत्री अतुल राव ने कहा कि 09 मार्च 2019 को लोकसभा चुनाव के आचार संहिता लगने के 1 दिन पूर्व यह शिक्षक भर्ती का विज्ञापन आया क्या इसे केवल भूपेश बघेल के द्वारा लोकसभा चुनाव में राजनीतिक लाभ लेने के लिए ही घोषणा किया गया था? साथ ही सवा साल बीतने के बाद भी नियुक्तियां नहीं होना प्रदेश सरकार की मंशा पर प्रश्नचिन्ह है। संविदा शिक्षकों की भर्ती के लिए वित्तीय संकट नहीं है? क्या आप जो चयनित शिक्षक अभ्यर्थी हैं उसी में से अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों को चयन कर अंग्रेजी मीडियम के स्कूलों में क्यों पदस्थापना नहीं दे सकते हैं? 30 सितंबर से पहले व्याख्याता पद की भर्ती यदि नहीं हुई तो उनके साथ अन्याय होगा और व्यापम के द्वारा यह परीक्षा निरस्त मानी जाएगी इसका जिम्मेदार कौन होगा?
बस्तर विभाग संयोजक अर्पित मिश्रा ने कहा कि सरकार शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया पूर्ण करें एवं अपनी मंशा तो साफ करें और शिक्षक भर्ती के विषय में मुख्यमंत्री अपनी चुप्पी तोड़े अन्यथा आगे भी इस विषय को लेकर अभ्यर्थियों के साथ मिलकर व्यापक रूप से प्रदर्शन जारी रहेगा।
प्रदर्शन के दौरान प्रदेश सह मंत्री काजल शांडिल्य, सत्यम तिवारी, शुभम बघेल, विकाश पांडेय, सचिन यादव, सौरभ वर्मा, संजय मुखर्जी, प्रतिज्ञा बाजपेई, पूजा तिवारी, शिव्यनी जैन, कार्तिक जैन, अंकित मिश्रा, सुमित गुप्ता, आर्यन, सुमित, आदर्श व अन्य कार्यकर्त्ताओं सहित चयनित अभ्यर्थी भी उपस्थित रहे।