जगदलपुर। कलेक्टर रजत बंसल के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण इकाई के गठित दल द्वारा तमिलनाडु राज्य के रोयापुरम तथा सालेम चेन्नई से बस्तर संभाग के 24 बालक-बालिकाओं एवं 03 महिलाओं को 31 अगस्त 2020 को जगदलपुर लाया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी शैल ठाकुर ने बताया कि बस्तर संभाग के 24 बालक-बालिकाओं एवं 03 महिलाओं को जिला बाल संरक्षण ईकाई रोयापुरम तथा सालेम चेन्नई तमिलनाडु राज्य के रेलवे स्टेशन, ईटा भट्टी एवं पोल्ट्री फार्म से रेस्क्यु कर बाल गृह रोयापुरम तथा सालेम में रखा गया था। उक्त बालक, बालिकाओं एवं महिलाओं को रेसक्यू करके जगदलपुर लाया गया और बाल कल्याण समिति में प्रस्तुत किया गया।
बाल कल्याण समिति जगदलपुर के आदेश उपरांत उक्त बालक-बालिकाओं को पुर्नवासित करने हेतु उनके निवास स्थान के संबंधित जिला बाल संरक्षण इकाई को सुपूर्द किया गया साथ ही बालक, बलिकाओं एवं महिलाओं द्वारा किए कार्य की मजदूरी ईटा भट्टी एवं पोल्ट्री फार्म के प्रबंधक से वसूल कर मजदूरी की राशि एक लाख 37 हजार 577 रूपए सुपूर्द किया गया है। सुपूर्द किये गये बालक, बालिकाओं एवं महिलाओं में जिला नारायणपुर के 02 बालक, 09 बालिका एवं 01 महिला कुल 12, कोण्डागांव के 05 बालिका एवं 02 महिला कुल 07, कांकेर के 04 बालक एवं 01 बालिका को संबंधित जिला बाल संरक्षण ईकाई को सौपी गई। जशपुुर एवं रायपुर के जिला बाल संरक्षण ईकाई के अधिकारी-कर्मचारी कार्यावाधि में उपस्थित नही होने के कारण जशपुुर एवं रायपुर के 01-01 बालकों को जगदलपुर के बाल गृह में रखा गया है। जिन्हें संबंधित जिले के अधिकारी-कर्मचारी के उपस्थिति में सपूर्द किये जाने का आदेशित किया गया है।
बस्तर जिले के 01 बालक को उनके माता-पिता को सपूर्द किया गया। गठित दल तमिलनाडु से वापसी के दौरान छत्तीसगढ़ से जाने वाली बस को कोण्टा-सुकमा के पास रोककर सुकमा पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिन्हा के सहयोग से बालकों को ले जाने वाले व्यक्ति के विरूद्ध कार्यवाही करने के लिए सुकमा जिले के श्रम विभाग को अवगत कराया गया एवं बालकों को दल द्वारा अपने अभिरक्षा में लेते हुए जिला सुकमा के बाल कल्याण समिति में प्रस्तुत किया गया। गठित दल में जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री विजय शंकर शर्मा, संरक्षण अधिकारी श्रीमती बीनु हिरवानी, पुलिस विभाग, चाईल्ड लाईन के सदस्य सम्मिलित थे।