रायपुर। कोविड-19 बीमारी चूंकि नई बीमारी है इसलिए इसके बारे में आम जनता में अनेक भ्रांतियां भी हैं। डॉ भीमराव अंबेडकर स्मृति अस्पताल के चिकित्सक डॉ सुंदरानी का कहना है कि कोरोना का पता लगाने के लिए किए जाने वाला टेस्ट रैपिड एंटिजेन टेस्ट यदि पॉजिटिव आता है तो मरीजों को दोबारा आर टी पी सी आर या ट्रू-नाट टेस्ट नही कराना चाहिए। उस टेस्ट का रिजल्ट आने का इंतजार करने में समय नहीं गंवाना चाहिए बल्कि कोरोना का इलाज तत्काल चिकित्सक की देखरेख में शुरू करना चाहिए। इससे मरीज के स्वस्थ होने की संभावना भी बढ़ेगी और अनावश्यक संसाधन भी खर्च नहीं होगा। उसके स्थान पर किसी गंभीर मरीज का टेस्ट हो जाएगा। उनका कहना है कि जब रैपिड टेस्ट का रिजल्ट निगेटिव आता है और फिर भी यदि मरीज में कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं तो ही आर टी पी सी आर कराना चाहिए। यह भी अत्यंत आवश्यक है कि टेस्ट कराने के बाद से रिजल्ट आते तक लोगों को घर पर ही रहना चाहिए। दूसरों से और घर के अन्य सदस्यों से भी मेल-जोल नही रखना चाहिए। तभी हम सब इस बीमारी के संक्रमण से बचे रहेंगे।

दिनेश के.जी. (संपादक)

सिर्फ खबरें लगाना हमारा मक़सद नहीं, कोशिश रहती है कि पाठकों के सरोकार की खबरें न छूटें..

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By दिनेश के.जी. (संपादक)

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