मन्दिर समिति और जिला प्रशासन ने बैठक लेकर किया फैसला
दंतेवाड़ा। जिला प्रशासन तथा मंदिर समिति ने विधायक देवती महेंद्र कर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष तूलिका कर्मा, कलेक्टर दीपक सोनी की उपस्थिति में बैठक लेकर फैसला लिया है कि कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण को मद्देनजर रखते हुए शारदीय नवरात्रि पर्व 2020 दौरान आम नागरिकों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के मद्देनजर मां दंतेश्वरी मंदिर दन्तेवाड़ा मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा। साथ ही भक्त जन मंदिर आकर माई का दर्शन नहीं कर पाएंगे। माता की आरती एवं ज्योत का लाईव दर्शन श्रद्धालु अपने घर बैठ कर कर पाएंगे। इसका सीधा प्रसारण जिले के वेबसाइट, आधिकारिक फेसबुक, ट्विटर, पेज तथा अन्य माध्यमों से किया जाएगा। मंदिर में इस बार सिर्फ 101 ज्योत जलाए जाएंगे।
इसके साथ ही जिले के ग्रामीण इलाकों के मंदिर परिसरों में लगने वाले शारदीय नवरात्रि मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा। इस बारे में कलेक्टर श्री दीपक सोनी एवं मन्दिर समिति के सदस्यों ने कहा कि वर्तमान में नॉवेल कोरोना वायरस के तेजी से फैलते प्रभाव को देखते हुए तथा नवरात्रि के दौरान मां दंतेश्वरी मंदिर दन्तेवाड़ा में दर्शन करने वाले अधिकांश दर्शनार्थी श्रद्धालु दन्तेवाड़ा जिले के अलावा समीपस्थ जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से मेला स्थल पहुंचते हैं। अतः शासन द्वारा नॉवेल कोरोना वायरस संक्रमण के कारण वर्तमान में मेला समारोह आयोजन पर रोक लगायी गयी है। अतएव शारदीय नवरात्रि पर्व 2020 के दौरान मां दंतेश्वरी मंदिर दन्तेवाड़ा मेला स्थगित किया जाता है । इसके साथ ही जिले के ग्रामीण इलाकों के मंदिर परिसरों में लगने वाले शारदीय नवरात्रि मेला भी स्थगित रहेगा।
कलेक्टर श्री सोनी ने नॉवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु भीड़ वाले क्षेत्रों सहित सार्वजनिक आयोजनों में सम्मिलित होने की स्थिति से सतर्कता बरतने का आग्रह करते हुए कहा है कि आम नागरिक तथा ग्रामीणजन शारदीय नवरात्रि पर्व के दौरान अपने घरों पर ही पूजा-अर्चना करें। कलेक्टर श्री सोनी ने इस दिशा में आम जनता को मुनादी तथा अन्य माध्यमों के जरिये जानकारी देने का निर्देश जिले में पदस्थ सभी एसडीएम, तहसीलदार तथा जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिया है। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री अश्वनी देवांगन,ए एस पी श्री राजेंद्र जायसवाल, एसडीएम श्री लिंगराज सिदार, तहसीलदार श्रीमती यशोदा केतारप, मंदिर के प्रमुख पुजारी, मांझी, समिति के सभी सदस्य तथा अन्य कर्मचारी अधिकारीगण उपस्थित थे।