जगदलपुर। विश्व प्रसिद्ध बस्तर-दशहरा पर्व में आज पुराने फुलरथ की अंतिम परिक्रमा पूरी हुई। माई दंतेश्वरी के छत्र को रथारूढ़ करने के बाद सलामी दी गई और गोल बाजार की परिक्रमा की गई। इससे पूर्व आज दोपहर बेल पूजा का महत्वपूर्ण विधान भी पूरा किया गया।
निशा जात्रा पूजा विधान शनिवार को
बस्तर दशहरा के प्रमुख रस्मों में एक निशा जात्रा पूजा विधान शनिवार को अनुपमा चौक स्थित निशा जात्रा गुड़ी में पूरा किया जाएगा।