जगदलपुर। के.के. रेल मार्ग (कोत्तावालसा-किरंदुल) पर यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू करने भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक संतोष बाफना ने देश के रेल मंत्री पीयूष गोयल, पूर्व तट रेलवे भुवनेश्वर के जनरल मैनेजर वी. भूषण एवं वाॅल्टेयर रेलवे मण्डल के डीआरएम चेतन कुमार श्रीवास्तव को पत्र लिखा है।
श्री बाफना ने अपने पत्र में कहा है कि, कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर विगत् मार्च माह से ही पूरे देशभर में यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद था। ताकि लोगों के आवागमन से कोरोना संक्रमण व्यापक स्तर पर न पहुॅच सके। किन्तु अब देश की जनता ने सरकार द्वारा समय-समय पर सुरक्षा के एहतियातन जो निर्देश जारी किये हैं उनका पालन करते हुए इस महामारी के साथ जीना सीख लिया है। और केन्द्र सरकार के निर्देशन में रेलवे विभाग भी यात्री सुविधाओं की दृष्टि से देशभर के लगभग सभी रेल मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन भी शुरू कर चुकी है। जिससे यात्रियों को सुगम आवागमन की सुविधा के लाभ मिल रहे हैं।
लेकिन बस्तर जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले के.के. रेल मार्ग (कोत्तावालसा-किरंदुल) पर अब तक यात्री ट्रेनों के पुनः परिचालन के लिए कोई कदम न उठाये जाने से यहाॅ की जनता जो पूर्णतः स्वास्थ्य सुविधाओं की दृष्टि से विशाखापट्नम पर ही निर्भर हैं उन सभी के लिए इस कोरोना महामारी में ट्रेन यातायात सुविधा न होने के चलते गंभीर असाध्य बीमारियों से ग्रसित जैसे कैंसर, हार्ट अटैक, किडनी रोग से जूझ रहे यहाॅ के मरीजों पर तो आफत के साथ ही यह समय संकट सा बना हुआ है।
विशाखापट्टनम, बस्तर क्षेत्र के लोगों के लिए चिकित्सा का एक प्रमुख केन्द्र है यहाॅ से ईलाज कराने के लिए बड़ी संख्या में लोग विशाखापट्टनम जाते हैं। यदि देश के अन्य रेल मार्गों की तरह के.के. रेल मार्ग पर भी परिचालन का ब्रेक हटा दिया गया होता तो, शायद यहाॅ की जनता को इस प्रकार की समस्याओं से रूबरू नहीं होना पड़ता। अब लोगों को ट्रेन के अभाव में निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। लेकिन बार-बार निजी वाहनों का किराया वहन करना यहाॅ के आम लोगों के लिए इस कोरोना महामारी के काल में संभव नहीं है।
इसके अलावा बस्तर अंचल के विद्यार्थियों की भी अपनी उच्च शिक्षा एवं क्षेत्र के व्यापारियों की भी अपने व्यापार कार्य के लिए हैदराबाद, बैंगलोर, विशाखापट्नम पर ही निर्भरता हैं। अनेकों अवसर ऐसे होते हैं जब उन्हें अपने गन्तव्य तक शीघ्रता से पहुंचना आवश्यक होता है परन्तु ट्रेन यातायात की सुविधा बंद होने से उन्हें अपार दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पूर्व भाजपा विधायक संतोष बाफना ने रेल मंत्री से आग्रह किया है कि, यदि किंरदुल से विशाखापट्टनम तक चलने वाली रात्रिकालीन स्पेशल ट्रेन का भी परिचालन शुरू कर दिया जाए तो इससे बस्तर संभाग के अंतर्गत आने वाले जिले नारायणपुर, कोण्डागाॅव, कांकेर, बस्तर (जगदलपुर), सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी।