नेताप्रतिपक्ष ने कहा विभागों में तालमेल की कमी, खामियाजाना भुगत रहे है शहरवासी
नाम चौड़ीकरन का, सड़को को किया जा रहा है सकरा
पीडब्लूडी द्वारा बिना प्लान के, निगम की संपत्ति को किया जा रहा नुकसान, निगम क्यूं मौन?
अमृत योजना की पूर्व में डाली गई पाइप को निकालकर, किनारे डालने के नाम पे जनता से खुला मजाक
अधिकारियों और सरकार में भागीदार स्थानीय नेताओं ने मिलकर किया चौड़ी सड़क को सकरा
जगदलपुर। नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे ने स्थानीय प्रशासन पीडब्ल्यूडी विभाग और नगर निगम द्वारा अमृत मिशन के पाइप लाइन विस्तार पर अपना कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि महापौर के द्वारा शहर की जनता को इस करोना कॉल में अव्यवस्थाओं की सौगात दी जा रही है ! जगदलपुर को धूलपुर में बदलने और गड्ढों का शहर बनाने में पीडब्ल्यूडी और पीएचई विभाग की पूरी मदद ली जा रही है!
शहर सौन्दरीकरण के नाम पर विगत 1 वर्षों से चौड़ीकरण के नाम पर जो कार्य कराए जा रहे हैं इसकी कोई निर्धारित मापदंड नहीं है, न-हीं निगम में और, पीडब्ल्यूडी में कोई तालमेल है ! 1वर्ष पूर्व जब अमृत योजना की पाइप लाइन डाली जा रही थी तब भी, निगम में कांग्रेस की सरकार थी और इस सरकार के अधिकारियों ने पाइप लाइन डालने हेतु, सड़क के किनारे लेआउट दी, और पाइपलाइन डाला गया, उस वक्त भी गीदम रोड से डीमरापाल तक डिवाइडर बनाने हेतु टेंडर हो चुका था !
जब निगमप्रशासन को मालूम था कि यह सड़क चौड़ीकरण के दायरे में आएगा उस वक्त इन बातों का ध्यान नहीं रखा गया कि, यह पाइप लाइन गलत डाली जा रही है इसे किनारे करना पड़ेगा ! 1 साल बाद पुनः टेंडर कर पाइपलाइन को किनारे करने के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है ! 14 माह पूर्व भरी बरसात में सड़क किनारे, पाइप डाला गया, इस खुदाई से पूरे शहर के लोगों ने कीचड़ और गड्ढे का सामना किया, असंख्य मालवाहक गाड़ियां इन पाइपलाइन गढ्ढो में फसे, असंख्य परेशानियां शहर की जनता ने झेली !
वर्तमान में पाइप लाइन जो किनारे डाला जा रहा है वह भी, आने वाले वर्षों में परेशानी का कारण बनेगा और जब भी सुधार के नाम पर, नए कनेक्शन के नाम पर पाइपलाइन तक पहुंचने की जरूरत होगी तब, सड़कों को तोड़ा जाएगा ! पाइपलाइन पूरी तरह किनारे ना डाला जाकर सिर्फ एडजस्टमेंट किया जा रहा है ! इसी तरह से गुरु गोविंद सिंह चौक से ममता वीडियो तक, एक और जहां सड़क चौड़ी हो सकती थी, उसे अतिक्रमण हेतु छोड़ दिया गया और, दूसरी तरफ भी पाइपलाइन डाली गई है उसके बाद नाली बनने को जगह नहीं है ! जहां नाली बननी है वहां नाली बनाने के लिए प्रशासन को लोगों के निवास को तोड़ना पड़ेगा, जिसे हम होने नहीं देंगे !
यहां के रहवासी को 2007 में तत्कालीन कलेक्टर महोदय गणेश शंकर मिश्रा जी के द्वारा इनके सम्पति को तोड़कर किनारे किया गया था, पुनः इनके मकान को तोड़ना उचित नहीं होगा ! जिसका भारतीय जनता पार्टी पार्षददल पुरजोर विरोध करेगी !
इसी तरह से गुंडाधुर पार्क के पास निगम की संपत्ति -चबूतरे को तोड़कर नुकसान पहुंचाया गया, और यहां से जो नाली निकाली जा रही है, आगे जाकर यह नाली, पाइप लाइन के ऊपर आ रहा है, भविष्य में किसी भी व्यक्ति को नल की कनेक्शन लेनी होगी तो, इस नाली को तोड़ना पड़ेगा या किसी भी तरह की पाइप लाइन सुधार हेतु नाली को तोड़कर पाइपलाइन को सुधारा जा सकेगा, ऐसा अदूरदर्शिता पूर्ण कार्य किया जा रहा है, जिससे आने वाले समय में शहर की जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा !
इन अधिकारियों के द्वारा जब कार्ययोजना बनाई जा रही थी तभी स्थानीय पार्षदों की मदद ली गई होती तो, इसका विकल्प भी मिल जाता, अदूरदर्शिता पूर्वक कार्य से बचा जा सकता था !
विगत 1 माह से पाइप लाइन डालने के नाम पर गौसिया मस्जिद से गिरधर निवास तक की नाली को मिट्टी से पाट दी गई, लोगों के घरों का निस्तारित पानी वही गड्ढे में जमा हो रहा है जिससे आमजन परेशान हैं कुछ जगह पाइप लाइन फूट गई है लोगों को महीनों से पानी की आपूर्ति व्यवस्थित नहीं हो पा रही है !
जो कार्य बिना तालमेल के कराए जा रहे हैं इससे जनता के पैसे का दुरुपयोग,भ्रष्टाचार के लिए किया जा रहा है और आने वाले समय में भी पुनः चौड़ीकरण के नाम पर इन पाइपलाइन को किनारे किया जाएगा और जनता के पैसे का दुरुपयोग किया जाएगा जिसका हम विरोध करते हैं !ऐसे किसी भी कार्य को जिससे आमजन को परेशानी हो जनता के पैसे का दुरुपयोग हो, हम ऐसा होने नहीं देंगे! इसके लिए चाहे हमें सड़क की लड़ाई ही क्यों न लड़नी पड़े! उन्होंने कहा निगम के ज़िम्मेदार नेताओं का मौन रहना भी संदेह को जन्म देता है !संजय पांडे नेता प्रतिपक्ष ने मौके पर जाकर बिना तालमेल के किए जा रहे कार्यों को देखा और इसे आपसी तालमेल के साथ करने निर्देश दिया !इस अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय वार्ड के पार्षद सविता सुरेश गुप्ता पूर्व पार्षद सुरेश गुप्ता, सचेतक राजपाल कसेर पार्षद दंतेश्वरी वार्ड,अमरनाथ झा, पीडब्लूडी के अधिकारी निगम के अमृत योजना , पीएचई के प्रभारी उपस्थित थे।