बीजापुर। विगत दिनों 09 जनवरी को सुबह 11 बजे एक ग्रामीण रमेश कुडियम पोंजेर स्थित सीआरपीएफ के 85 बटालियन के डी कंपनी पहुंचा। जहां उसने बताया कि उसकी पत्नी मनीषा कुडियम जो कि गर्भवती है और दर्द से कराह रही है, उसे एम्बुलेंस की आवश्यकता है। उसी वक्त 85वीं वाहिनी के नियंत्रण कक्ष द्वारा जिला अस्पताल से एम्बुलेंस भेजने के लिए सूचित किया गया।
जवानों ने मीडिया को बताया कि हम जब महिला के पास पहुंचे तो वह गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। उसी समय जवानों ने एम्बुलेंस का इंतज़ार न करते हुए और इस परिस्थिति को देखते हुए तत्परता से चेरपाल बाजार जाने वाली महिलाओं को बुलाया और उनसे पोंजेर गांव की महिला दाई के बारे में पता कर तुरंत बुलवाया गया। साथ ही बाजार जाने वाली महिलाओं और दाई की सहायता से गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव करवाया गया। महिला ने सुरक्षित रूप से स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। जिसके बाद बीजापुर से एम्बुलेंस के पहुंचते ही मां और नवजात शिशु को प्राथमिक उपचार हेतु जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
जवानों के इस जज़्बे को सलाम
बता दे कि बीजापुर जिले कि गिनती संवेदनशील जिलों में होती है। यहां नक्सलियों से लोहा लेने के साथ-साथ सीआरपीएफ 85 बटालियन के जवान लगातार अंदरूनी क्षेत्रों के ग्रामीणों की सेवा व सहयोग कर उनका मनोबल जीतने में कामयाब हो रहे हैं।