रायपुर। पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा कि किसानों के हितैशी बनने का ढ़ोंग करने वाले कांग्रेस सरकार के मुखिया के द्वारा अगले वर्ष किसानों धान खरीदी नहीं करने का बहाना अभी से ढूंढने लगी है। दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार अगले वर्ष किसानों का धान नहीं खरीदेगी। श्री कश्यप ने कहा कि केंद्र सरकार पर दोषारोपण करने से पहले मुख्यमंत्री यह बताये कि कांग्रेस ने क्या केंद्र सरकार से पूछकर किसानों को यह वादा किया था, कि वह किसानों का धान 25 सौ रुपए में खरीदेंगे। किसानों के हिमायती बनने का ढोंग करने वाली कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने पंजीकृत सभी किसानों का पूरा धान नहीं खरीदकर आंकडों से भ्रमित कर रही है, इसका जवाब किसान ही देंगे।
श्री कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कर्ज लेकर धान खरीदने से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दयनीय हालत में पहुंचाने के बाद मुख्यमंत्री अब केंद्र सरकार पर दोषारोपण करने के काम में लग गई है। जबकि पिछलेे वर्ष के धान खरीदी का पूरा पैसा और इस वर्ष के धान खरीदी का पूरा पैसा किसानों को नहीं मिला है। कांग्रेस अपने चुनावी घोषणा पत्र जारी कर गंगाजल हाथ में लेकर वायदा किया गया था, तो फिर इसमें केंद्र सरकार बीच में कहां से आती है।
पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस गंगाजल हांथ में लेकर प्रदेश की जनता से झूठे वादे कर गंगाजल की पवित्रता और जनता के विश्वास के साथ खिलवाड़ किया है। कांग्रेस के जन घोषणा पत्र के धान खरीदी के एक वादे को पूरा करने में केंद्र सरकार को दोष देने लगे हैं, बाकी वादों का क्या होगा जिसे कांग्रेस की सरकार भूल चुकी है। जन घोषणा पत्र जारी कर किए गए झूठे वादों की असलियत सामने आने लगी है, यह छत्तीसगढ़ की जनता अच्छी तरह से समझ और देख रही है।