नारायणपुर। कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने आज धूर नक्सल प्रभावित इलाकों, और घने जंगलों के बीच बसे गांव मुण्डपाल, छोटेडोंगर, बाहकेर, चमेली, धनारो आदि का तूफानी दौरा कर कर वहां संचालित प्रायमरी, मीडिल, हाईस्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों का अवलोकन किया। मुण्डपाल मिडिल स्कूल के अनुपस्थित शिक्षक चन्द्रकांत देवांगन, धनारो माध्यमिक शाला के दो शिक्षक एस. के भुवाल और एम.आर उसेण्डी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने सबसे पहले पंचायत फरसगांव के आश्रित गांव मुण्डपाल और छोटेडोंगर के नायापारा के आंगनबाड़ी केंन्द्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण में उन्होंने पाया कि वहां भंडार, स्टाक पंजी, बच्चों की उपस्थित पंजी में नियमित रूप से संधारित नहीं की जा रही थी। उन्होंने गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं के पंजी का भी अवलोकन किया। मुण्डपाल में उन्होंने सुहाना नाम की चार साल की बच्ची का वजन तौल कर देखा जो उम्र के अनुपात में कम पाया। उन्होंने आंगनबाड़ी सहायका को नियमित रूप से वजन लेने और निर्धारित पौष्टिक आहार देने के निर्देश दिए। भंडार पंजी को भी नियमित रूप से संधारित करने को कहा।
कलेक्टर ने मुण्डपाल और छोटेडोंगर हायर सकेण्डरी स्कूल, प्रायमरी स्कूल और मीडिल स्कूल के बच्चों की क्लास ली। उन्होंने आठवीं के बच्चों को अग्रेजी और गणित पढ़ाया। इस अवसर पर वनमण्डाधिकारी सुश्री स्टायलों मण्डावी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अशोक चौबे, एसडीएम भूपेन्द्र साहू, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण के.एस. मसराम और कार्यपालन अभियंता आरईएस एस.सी. साहू मौजूद थे।