नगर निगम का जनोन्मुखी प्रशासन : समाधान शिविर बना सुशासन की मिसाल, छह वार्डों के 244 मामलों का हुआ त्वरित निराकरण

नागरिकों की सेवा और उनकी शिकायतों का त्वरित समाधान ही सुशासन का मूल मंत्र – महापौर संजय पाण्डे
जगदलपुर। नगर निगम द्वारा सुशासन तिहार के अंतर्गत तृतीय चरण का समाधान शिविर माहेश्वरी भवन में बड़े ही सफल और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ। यह शिविर न केवल प्रशासनिक सक्रियता का प्रतीक बना, बल्कि नागरिकों को राहत देने वाली एक मजबूत पहल के रूप में सामने आया।
नगर निगम ने इस बार रविन्द्र नाथ टैगोर, महारानी, माता संतोषी, गुरु घासीदास, महेंद्र कर्मा और श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्डों को मिलाकर एक क्लस्टर का गठन किया था। शिविर के दौरान कुल 244 आवेदन प्राप्त हुए, जिन्हें नगर निगम के सभी विभागों के समन्वय से त्वरित और प्रभावी ढंग से समाधान प्रदान किया गया।
महापौर संजय पाण्डे ने समाधान शिविर की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि –
“नागरिकों की सेवा और उनकी शिकायतों का त्वरित समाधान ही सुशासन का मूल मंत्र है। समाधान शिविर ने यह साबित कर दिया कि जब प्रशासन में इच्छाशक्ति और समर्पण होता है, तब पारदर्शिता और गति दोनों संभव होती हैं।”
महापौर ने शिविर में भाग लेने वाले सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और जागरूक नागरिकों का हृदय से आभार प्रकट किया।
नगर निगम ने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में भी इस प्रकार के शिविरों का आयोजन करते हुए नागरिक सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती रहेगी।
यह समाधान शिविर न केवल समस्याओं का हल था, बल्कि भरोसे का पुनर्निर्माण भी – एक ऐसा मंच जहाँ सरकार और जनता एक साथ खड़ी दिखी।