भाजपा प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक किरण देव से अपनी मागों लेकर मिला ‘प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ बस्तर संभाग’

1998-99 की एक सूत्रीय प्रमुख मांग पुरानी पेंशन
जगदलपुर। प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष के मार्गदर्शन एवं संभागीय अध्यक्ष अमलेस ठाकुर के नेतृत्व मे बस्तर संभाग के प्रतिनिधि मण्डल/ज़िलापदाधिकारी/एवं समस्त ब्लॉक पदाधिकारियों के द्वारा , मिलकर अपनी एक सूत्रीय मांग,प्रथम नियुक्ति तिथि 1998 से सेवा की गणना करते हुए पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिए जाने संबंधी ज्ञापन सौंपा गया। प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजकिशोर तिवारी ने अवगत कराया कि हमारी नियुक्ति 1998 99 की है और सभी विभागों के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ दिया जा चुका है सिर्फ 1998-99 वाले शिक्षकों को वंचित किया गया है जबकि शासन पर किसी भी प्रकार की कोई वित्तीय भार नहीं पड़ेगा कि भी जानकारी से अवगत कराया गया आपके तरफ से सहमति प्रदान की जाए ताकि सरकार सकारात्मक निर्णय ले। संभागीय अध्यक्ष ने भी कहा कि आपने बनाया है आप को ही संवारना है। आगे की जानकारी देते हुए ज़िला अध्यक्ष यदुवेंद्र प्रताप कुशवाह ने कहा कि हमे 2001 मे नियमित किया गया है हमारी आवाज केबिनेट मे रखी जाए ताकि समस्या का हल निकले। चर्चा मे आगे बताया गया की संविलियन शिक्षा विभाग मे 01जुलाई 2018 को डाॅ.रमन सिंह जी के शासन काल में शिक्षा विभाग में किया गया।और अब स्थिति यह निर्मित हो रही है कि,हमारे जो साथी सेवानिवृत हो रहे हैं,या हो चुके है,उन्हें पेंशन की राशि नहीं मिल रही है।क्योंकि इनकी सेवा अभी दस वर्ष नहीं हुई है। जिसके कारण पेंशन के दायरे में नहीं आ रहे हैं। माननीय महोदय जी को यह भी अवगत कराया गया कि, हमारे ऐसे शिक्षको की संख्या आज लगभग 15000 अठारह हजार ही है ।सेवानिवृत्ति पश्चात पेंशन भुगतान के लिए हमारे द्वारा एन पी एस की जमा की गई राशि को पेंशन लाभ के लिए जी पी एफ में समायोजन किया जा सकता है।जब हमारी नियुक्ति हुई थी, तो उस समय एन पी एस लागू ही नही था उस समय पुरानी पेन्शन कर्मचारियों को दी जा रही थी।
अतः पुरानी पेंशन का लाभ प्रथम नियुक्ति तिथि 1998 से नियमानुसार दिया जा सकता है।इस पर माननीय किरण देव ने आश्वस्त किया की आपकी मांग जायज है, और पेंशन के हकदार हैं।आपकी मांगों को सरकार तक अवश्य रखूँगा।
इस अवसर पर प्रदेश शिक्षक कल्याण संघ के प्रांतीय कोषाध्यक्ष अध्यक्ष मीरा ठाकुर सहित चवन प्रसाद पांडे, कुसनु बघेल. संगीता गोस्वामी, शोभा बघेल, लखमी पटेल, रतू राम मंडावी , थीबु राम बघेल, झोड़ियांराम बघेल, मोती राम कश्यप, विश्वनाथ बघेल, सोमेश् बघेल, तुलसी साहू, बलराम कच्च, सूडन मौर्य,मंगल राम कश्यप आशानिधि,सोन सिंह पटेल, गुप्तेश्वर कश्यप, रघुनाथ कश्यप, रामा सीदार ,दिलेसवरी सेठिया,कमल राम कश्यप ,बलिराम कश्यप, रामा राम मंडावी ,सोमारु कश्यप, तिलोंतमा घरत ,नंदा सहगल, चित्रl किरण राव,पीलूराम बघेल ,सैकड़ों शिक्षक साथी उपस्थित थे।