अपहरण के बाद नक्सलियों ने की दो ग्रामीणों की हत्या, एक सप्ताह पहले किया था अपहरण, दोनों ग्रामीणों का शव महाराष्ट्र सीमा से हुआ बरामद

कांकेर/पखांजुर। नक्सलियों ने जिन दो ग्रामीणों का अपहरण किया था, उन दोनों की हत्या कर दी गयी है। महाराष्ट्र सीमा के करीब दोनों ग्रामीणों का शव बरामद किया गया है। 26 अगस्त को नक्सलियों ने तीन ग्रामीणों का अपहरण कर लिया था, लेकिन लेकर जाने के क्रम में एक ग्रामीण नक्सलियों की चुंगल से भागकर जान बचाने में कामयाब रहा था। दोनो ग्रामीणों का शव महाराष्ट्र के गट्टा थाना से महज एक किलोमीटर दूर तदुडा के पास से बरामद किया गया है। शव के हालत देखकर लग रहा है कि इनकी हत्या एक दो दिन पहले ही कर दी गयी थी, और उसे फेंक दिया गया था। बारिश की वजह से शव बुरी तरह से क्षत विक्षत हो गया था।
पुलिस ने दोनों ग्रामीणों का शव बरामद कर लिया है। मृतक ग्रामीण का नाम सोनू पड्डा और सोमजी पड्डा बताया जा रहा है, जबकि पांडूराम किसी तरह से भागकर जान बचाने में कामयाब रहा था। जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने बांदा थाना क्षेत्र में ताड़वेली गांव के जंगलों से 26 अगस्त को 3 ग्रामीणों का अपहरण कर लिया था। अपहृत ग्रामीणों में से एक थानापारा निवासी पांडूराम पद्दा ने पुलिस को बताया कि रविवार को सोनूराम पद्दा बाइक से उसके घर आया और रेंगावाही चलने कहा। दोनों गांव मरबेड़ा के उलिया गांव के एक अन्य ग्रामीण के घर गए। जिसे सोनूराम जानता था। यहां से तीनों उसी बाइक से रेंगवाही मंगू गोटा के घर गए। ताड़वेली के जंगल में कसनसुर एरिया कमेटी के नक्सलियों ने उनका रास्ता रोक लिया। तीनों को बाइक से उतार लिया और पूछताछ करने लगे। इसके बाद सोनूराम पद्दा और एक अन्य ग्रामीण को अपने साथ अलग जंगल की ओर ले गए। वहीं पांडूराम को कुछ नक्सली जंगल की ओर ले जाकर पूछताछ करते बंदूक के बल से मारपीट करने लगे। इसी दौरान जब नक्सली आपस में बात कर रहे थे तभी पांडूराम मौका देखकर वहां से भाग निकला।
पुलिस ने 25 से अधिक नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। कसनसुर दलम कमांडर रामको, महेश, विनय, उर्मिला, मनीष, छोटू, मुरसो, रूपेश, अजय समेत कई नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।