बीजापुर। जवानों की शहादत से सड़कें सींची जाती हैं। बस्तर में जवानों के आसरे ठेकेदार सड़क निर्माण कार्य में हाथ लगाते हैं लेकिन कीस्टोन और लोनिवि जैसी एजेंसियों का भ्रष्टाचार जवानों के समर्पण और त्याग पर रोटी सेंकती है और सरकार मुकदर्शक बन तमाशबीन बनी रहती है। घटिया अधूरी सड़क के पूरे भुगतान पर न जांच होती है और न ही ये भरोसा की बेहतर सड़क क्षेत्र के दर्जनभर गांवों के हजारों बाशिंदों को बनकर मिलेगी। चमचमाती सड़क का महिमामंडन महज कुछ दिन में दिखावा बनकर मुंह चिढ़ाने लगता है।
- क्या है मामला
दरअसल 09 करोड़ की लागत में बनी आवापल्ली से उसूर तक 12 किमी सड़क पूरी तरह से उखड़ चुकी है। घटिया गुणवत्ता की वजह से सड़क बनने के 2 महीने में ही परतें उखड़ने लगीं। सड़क का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग ने हैदराबाद की निर्माण कंपनी कीस्टोन इंफ्रा लिमिटेड को दिया था। बारिश के ठीक पहले बनी सड़क में गुणवत्ता को दरकिनार करके लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी और कीस्टोन ने जमकर कमाई की।
अब पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने क्षेत्रीय विधायक के शह पर लोक निर्माण विभाग और कीस्टोन द्वारा सड़क बनाकर पूरे पैसों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते नक्सल प्रभावित उसूर सड़क पर धरने पर बैठ गए। धरने के बाद आवापल्ली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। गागड़ा का आरोप है कि सड़क निर्माण में जमकर हेरा-फेरी हुई है जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
- क्या बोले कलेक्टर काटारा
वहीं इस पूरे मामले में कलेक्टर ने माना कि सड़क की गुणवत्ताहीता को लेकर मुझे शिकायत मिली है। तकनीकी आधार पर इसकी जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।
- विधायक विक्रम मंडावी का पलटवार
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के बयान पर विधायक विक्रम मंडावी ने भाजपा के 15 सालों के विकास की याद दिला दी। मंडावी ने बताया कि भाजपा ने पंद्रह सालों तक सिर्फ हवाबाजी की है। क्षेत्र की जनता की सहूलियत के लिए आवापल्ली से उसूर तक सड़क बनाई गई है। गुणवत्ता में कोताही बरती गई है, जिसके जांच के लिए बोल दिया गया है। जल्द सड़क के मरम्मत का कार्य भी शुरू करा दिया जाएगा।