जगदलपुर। एसोसिएशन फॉर विक्टिम्स ऑफ माओवादी (अवोम) ने पिरेस नोट जारी कर कहा है कि सुकमा क्षेत्र के दो गांव वालों, कुहरामी सुक्का और सोडी हुंगा की हत्याओं की अवोम कड़ी आलोचना करता है। जिन्हें पिछले 3-4 दिनों में लाल सलाम वालों ने फोर्स का मुखबिर बता कर मार डाला गया।
हमको समझना होगा कि ये सारी हत्या बेबुनियाद है। पिछले कुछ महीनों में, ऐसे ही बहुत सारे निर्दोषों की जान ली गई है। किसी को भी पुलिस का साथी या कंपनी वालो का दलाल बता के मारा जा रहा है। फोर्स वाले जैसे जैसे अपना कैंप खोल रहे है, लाल सलाम वालों को डर लग रहा है की अब उनका राज खत्म होने वाला है। इसलिए वो लोग गांव वालों को मार के दहशत फैलाना चाहते है। पर जब भी कोई कैंप खुलता है गांव वालों को चाहते ना चाहते हुए भी फोर्स वालों की मदद करनी पड़ती है और ये बात लाल सलाम वालों को समझ नहीं आती। आखिर कब तक हम इन दोनो पक्षों की लड़ाई में पिसते रहेंगे। हमे ना अपने गांव में फोर्स वाले चाहिए ना ही नक्सली। हमें बस शांति से रहने दीजिए।
इस हिंसा पर जल्द रोक लगाना जरूरी है। इसके लिए हम सबको एक होना पड़ेगा। हम बस्तर क्षेत्र के लोगों से कहना चाहते है कि वो इन हत्याओं के पीछे के सच को समझे और अपनी आखें खोलें। हिंसा सिर्फ और सिर्फ हिंसा को जन्म दे सकती है।
अवोम इन सारी हत्याओं के लिए न्याय की मांग करता है।