दंतेवाड़ा। मुख्यमंत्री डीएवी पब्लिक स्कूल की बदहाली एवं शिक्षकों को 9 माह से वेतन न मिलने का मामला अब जोर पकड़ने लगा है। डीएवी पब्लिक स्कूल की बदहाली को लेकर ताजा हमला भाजपा अजजा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री नंदलाल मुड़ामी ने किया है।
उन्होंने बयान जारी कर कहा कि वर्तमान में डीएवी पब्लिक स्कूल की ये हालत, सरकार की शिक्षा एवं शैक्षणिक संस्थाओं के प्रति उनकी शिक्षा विरोधी नीति के चलते हुई है। कमोबेश यही स्थिति सभी शैक्षणिक संस्थानों की है।पूरे प्रदेश में शिक्षा का माहौल जो पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने खड़ा किया था अब वो कहीं नजर नहीं आता। शिक्षक एवं कर्मचारी अपने मूल कार्य को छोड़ कर अपने जायज हक़ के लिए संघर्ष में लगे हैं। स्थिति बड़ी भयावह है।
उन्होंने कहा कि सरकार की विफलता की वजह से मुख्यमंत्री डीएवी पब्लिक स्कूलों के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है। मुड़ामी ने बयान जारी कर कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा शासनकाल में माडल स्कूलों को मुख्यमंत्री डीएवी पब्लिक स्कूल में परिवर्तित किया गया था। डीएवी प्रबंधन से अनुबंध के आधार पर भाजपा शासनकाल में स्कूलों का संचालन व्यवस्थित तरीके से होता रहा। लेकिन कांग्रेस के सत्तासीन होने के बाद इन स्कूलों के संचालन को लेकर समस्या खड़ी हो गई है। संविदा आधार पर सेवा दे रहे शिक्षक- शिक्षिकाओं की सेवा अवधि इस सत्र में नहीं बढ़ाई गई।
जो नियमित शिक्षक-शिक्षिकाएं इन स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं, उन्हें दस माह से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है।
जिसकी वजह से वहाँ अध्यन रत छात्रों का भविष्य खतरे में नजर आ रहा है। वहां कार्यरत कर्मचारियों के सामने गुजारे की समस्या खड़ी हो गयी है, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सरकार की है।
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, बड़े-बड़े दावे कर सत्ता में आई इस सरकार का चाल और चरित्र अब दिखने लगा है।जिस तरह से शैक्षणिक संस्थानों का अस्तित्व छत्तीसगढ़ में खतरे में है उससे ये साबित होता है कि, नई पीढ़ी को ये सरकार शिक्षा से दूर करने में लगी है।
उन्होंने अंत में कहा कि यही हाल रहा तो आने वाले समय में हर विफलता का हिसाब सरकार से छत्तीसगढ़ की जनता लेगी।