गरीबी एवं कुपोषण दूर करने कृषि तथा संबद्ध व्यवसायों को बेहतर बनाने के उपायों पर मंथन, चिराग परियोजना के संबंध में विश्व बैंक के मिशन दल के साथ किया गया गोल मेज का आयोजन

जगदलपुर। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने तथा परम्परागत फसलों के साथ ही लाभदायी फसलों की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए विश्व बैंक के सहयोग से शुरू की गई ’चिराग’ (छत्तीसगढ़ इन्क्लूसिव रूरल एंड एक्सीलेरेटेड ग्रोथ प्रोजेक्ट) के संबंध में 6 नवम्बर को विश्व बैंक के मिशन दल एवं कृषि एवं संबद्ध विभाग के अधिकारियों के साथ गोल मेज का आयोजन किया गया।
जगदलपुर स्थित संभाग आयुक्त कार्यालय में आयोजित इस गोल मेज बैठक में बस्तर संभाग में गरीबी दूर करने एवं किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने तथा कुपोषण को दूर करने हेतु कृषि तथा संबद्ध व्यवसायों को और अधिक बेहतर बनाने के उपायों पर गहन मंथन किया गया। इस दौरान बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने इस कार्य को पूरा करने हेतु स्थानीय आवश्यकताओं एवं परम्परागत पद्धितियों का भी समावेश करने की आवश्यकता बतायी।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री इन्द्रजीत चन्द्रवाल, विश्व बैंक के एग्री बिजनेस स्पेशिलिस्ट श्री राघवेन्द्र सिंह, गर्वनेंस स्पेशिलिस्ट श्री दुर्गा प्रसाद एवं डिजीटल डेवलपमेंट ग्लोबल प्रेक्टिस श्री प्रदीप वेलसंगकर सहित कृषि विभाग के उप संचालक श्री कपिल देव दीपक तथा कृषि एवं संबद्ध विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक में विश्व बैंक के अधिकारियों ने विश्व बैंक सहायतीत परियोजना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य गरीबी को दूर करना एवं किसानों में समृद्धि पैदा करना है। इसके अलावा कुपोषण मुक्ति को भी इसका प्रमुख उद्देश्य बताते हुए लक्ष्य की प्राप्ति हेतु समग्र प्रयास पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि गरीबी एवं कुपोषण दूर करने हेतु इस कार्य जुड़े हुए सभी विभागों को मिलकर कार्य करना होगा। बैठक में अधिकारियों ने किसानों के परम्परागत उत्पादों को सही दाम पर ब्रिकी हेतु इसके लिए सहकारी समिति बनाने के आवश्यकता बताई।
अधिकारियों ने राज्य सरकार की विशेष प्राथमिकता वाले ’नरवा, गरवा, घुरूवा एवं बाड़ी योजना’ के माध्यम से भी इस कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि इस परियोजना के तहत् कृषि एवं उद्यानिकी के परम्परागत फसलों के साथ ऐसी फसलों को लेने को प्रोत्साहित किया जाएगा जिससे किसानों की आमदानी बढ़े। विश्व बैंक के अधिकारियो ने बैठक में उपस्थित कृषि एवं संबद्ध विभाग के अधिकारियों से इस परियोजना के लक्ष्य को पूरा करने हेतु आवश्यक सुझाव भी लिए।