अब तक कितना मक्का समर्थन मूल्य पर खरीदा गया, सरकार बताये
धान खरीदी व्यवस्था बेहाल, किसान औने-पौने दामों पर धान और मक्का बेचने मजबूर
जगदलपुर। भाजपा बस्तर जिलाध्यक्ष रूपसिंग मंडावी ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बस्तर के किसानों को धान खरीदी की अव्यवस्था से उनका ध्यान हटाने के लिए कोदो-कुटकी का समर्थन मूल्य घोषित करने की घोषणा करने से किसानों का भला नहीं होने वाला है। धान खरीदी का बुरा हाल किसी से छिपा नहीं है, वहीं घोषित समर्थन मूल्य पर मक्का की खरीदी नहीं किए जाने से अब किसान धान और मक्का की फसल को औने-पौने दामों पर बेचने के लिए मजबूर हो रहा है। सरकार यह बताएं की घोषित समर्थन मूल्य पर कितना मक्का खरीदा गया है।
श्री मंडावी ने कहा कि पूरे प्रदेश में धान खरीदी केंद्रों में अव्यवस्था के चलते परेशान किसान से बचने के लिए कांग्रेस की सरकार केंद्र पर दोषारोपण करने का काम करती रही है, और अपने विफलताओं को छिपाने का भरपूर प्रयास किया, जिसे प्रदेश के किसान भली-भांति समझ रहे हैं। बड़ी-बड़ी बात और घोषणाओं से किसानों का भला नहीं होता है, यथार्थ के धरातल पर किसानों के लिए काम करने की आवश्यकता है, जिसका अभाव प्रदेश के कांग्रेस सरकार की कार्यशैली पर स्पष्ट दिखाई देता है। पहले ही धान खरीदी को लेकर किसानों के रकबा कम करने से शुरू हुई किसान विरोधी क्रियाकलाप से लेकर बारदाने के अभाव और धान के उठाव नहीं होने से धान खरीदी केंद्रों पर खरीदी बंद होने तक से परेशान किसान अब समर्थन मूल्य पर मक्का की खरीदी नहीं किए जाने की शिकायत मिल रही है।
उन्होने कहा कि समर्थन मूल्यों की घोषणा करने से किसान का लाभ नहीं होता है। कांग्रेस की सरकार घोषणाएं करने के बजाय घोषित समर्थन मूल्य पर किसानों का धान और मक्का की खरीदी करें, इसके बाद अन्य कृषि उत्पादों के समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए घोषणा करें। कोरी घोषणाओं से किसानों को लाभ होने की जगह नुकसान उठाना पड़ रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री को चाहिए कि किसानों का एक-एक दाना धान पहले खरीदें और साथ में घोषित समर्थन मूल्य पर किसानोंं का मक्का खरीदे जिसे खरीदी केंद्रों में खरीदा ही नहीं जा रहा है, इसे खरीदने के लिए घोषणाएं करने के बजाए आदेशित करें।