महिला एवं बाल विकास मंत्री ने की बस्तर में संचालित ‘हरिक नानीबेरा‘ की प्रशंसा, तोकापाल में महिला जागृति शिविर सह महिला सम्मेलन का आयोजन

सीजीटाइम्स। 27 अगस्त 2019

जगदलपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया ने कुपोषण की समस्या को पूरी तरह समाप्त करने के लिए सभी वर्गों को साथ मिलकर कार्य करने का आह्वान किया। तोकापाल में आज आयोजित महिला जागृति शिविर सह महिला सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल पूरे प्रदेश को स्वस्थ देखना चाहते हैं और अच्छे स्वास्थ्य के लिए बचपन से ही सुपोषित होना जरुरी है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से कुपोषण को मिटाना मुख्यमंत्री का सबसे बड़ा सपना है, जिसे सभी लोगों को मिलकर साकार करना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस समस्या के निदान के लिए सरकार बनने के बाद तत्काल कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। उन्होंने बस्तर जिले में चलाए जा रहे हरिक नानीबेरा कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे बस्तर में कुपोषण की समस्या का शीघ्र समाधान करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने बस्तर जिले के 25 आंगनबाड़ी केन्द्रों में किसी भी बच्चे के कुपोषित नहीं पाए जाने पर बधाई देते हुए कहा कि यह सभी लोगों के परिश्रम का परिणाम है तथा सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों को इसी प्रकार कुपोषण मुक्त करना हमारा लक्ष्य है।

श्रीमती भेड़िया ने कहा कि बस्तर के महिलाओं की प्रगति विभिन्न क्षेत्रों में स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रही है। उन्होंने महिलाओं को प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ने की अपील करते हुए कहा कि वे ऊंचा से ऊंचा लक्ष्य रखें और उसे प्राप्त करें। उन्होंने अपने आर्थिक विकास के साथ ही गांव के विकास में भी योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार महिलाओं के विकास के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के सुचारु क्रियान्वयन के लिए सभी कर्मचारी पूरी निष्ठा और लगन के साथ कार्य करेंगे।

सांसद श्री दीपक बैज ने इस अवसर पर कहा कि कुपोषित बच्चों को स्वस्थ बनाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार पूरे मनोयोग से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि बच्चों को नित्य दिए जाने वाले रेडी टू ईट के साथ साथ प्रोटीनयुक्त आहार के तौर पर अण्डा और मुंगफल्ली लड्डू दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं की बेहतर निगरानी भी की जा रही है। सांसद श्री बैज ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को किसानपुत्र बताते हुए कहा कि वे गरीबों, आदिवासियों, किसानों, महिलाओं की उन्नति के लिए पहले दिन से ही कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले जहां किसान कर्ज के कारण आत्महत्या कर रहे थे, वहीं अब किसानों के आत्महत्या से संबंधित खबरें नहीं आती हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की कर्जमाफी और धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने के कारण किसान अब आर्थिक रुप से आत्मनिर्भर हो रहे हैं।

जगदलपुर विधायक श्री रेखचंद जैन ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लगभग 36 फीसदी बच्चे कुपोषित हैं तथा कुपोषण की इस समस्या के शीघ्र समाधान के लिए छत्तीसगढ़ सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज के बच्चे कल का भविष्य हैं तथा भविष्य को मजबूत बनाने के लिए बच्चों का स्वस्थ होना जरुरी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने महिला एवं बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए कार्य करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का मानदेय बढ़ाने का कार्य किया। इसके साथ ही कन्या विवाह योजना के तहत भी 15 हजार रुपए की सामग्री के स्थान पर अब 25 हजार रुपए की सामग्री प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत प्रोत्साहन राशि 50 हजार रुपए से बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दी गई है। इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मालती मौर्य ने भी सभा को संबोधित किया।

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने कुपोषण की समस्या के निदान के लिए बस्तर जिले में चलाए जा रहे ‘हरिक नानी बेरा‘ कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां सुपोषण चैपाल और प्रत्येक माह वजन त्यौहार जैसे कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कुपोषण को दूर करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ अन्य विभागों के सहयोग के लिए भी आभार व्यक्त किया।

कलेक्टर डाॅ. अय्याज तम्बोली ने बताया कि बस्तर से कुपोषण को भगाने के लिए हरिक नानी बेरा कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के 25 आंगनबाड़ी केन्द्रों में एक भी बच्चा कुपोषित नहीं है तथा इसकी पुष्टि स्वास्थ्य अमले के द्वारा करवाई गई है। उन्होंने बताया कि इस माह 80 आंगनबाड़ी केन्द्रांे से कुपोषण का अंत करने के साथ ही एक साल के भीतर पूरे जिले से कुपोषण के समूल नाश का लक्ष्य लेकर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सुपोषण चैपाल जैसी गतिविधियों के साथ इस कार्य में सभी का सहयोग लिया जा रहा है।

इस अवसर पर श्रीमती भेड़िया ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं एवं स्व सहायता समूहों को पुरस्कृत किया और गोद भराई तथा अन्नप्राशन कार्यक्रम में शामिल हुईं। यहां बच्चों का जन्मदिन भी मनाया गया, जिसमें मंत्री ने शामिल होकर बच्चों को बधाई और उपहार दिया। इसके साथ ही 58 हितग्राहियों को महिला कोष से 15 लाख 10 हजार रूपए व 76 महिला स्वसहायता समूहों को रेटी टू ईट खाद्य सुरक्षा प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री दीपक झा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री इंद्रजीत चंद्रवाल, एसडीएम श्रीमती माधुरी सोम, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री एलआर कच्छप सहित जनप्रतिनिधिगण, विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं।

दिनेश के.जी. (संपादक)

सिर्फ खबरें लगाना हमारा मक़सद नहीं, कोशिश रहती है कि पाठकों के सरोकार की खबरें न छूटें..

Dinesh KG
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