NSUI ने विश्वविद्यालय प्रबंधन और पीजी कॉलेज प्राचार्या पर लगाए गंभीर आरोप, जांच और कार्रवाई की मांग को लेकर कमिश्नर को मुख्यमंत्री के नाम का सौंपा ज्ञापन

जगदलपुर। एनएसयूआई ने कमिश्नर को शहीद महेंद्र कर्मा विश्विद्यालय के पेपर लीक कांड और विगत परीक्षा धांधली की जांच के संबंध में आज ज्ञापन सौंपा। एनएसयूआई के कहना है कि शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय आदिवासी अंचल का एक मात्र विश्वविद्यालय है, जिसमें हजारों गरीब आदिवासी और पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ विश्विद्यालय प्रबंधन खिलवाड़ कर रहा है। पर्चा लीक कांड में विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग के कर्मचारी और पेपर छपवाने वाले कर्ता-धर्ता कुलसचिव भी संदेह के दायरे में हैं। इससे पहले भी विश्वविद्यालय मूल्यांकन कांड की शिकायत की गई थी, जिसमें बिना मूल्यांकन कॉपी के नम्बर दिया गया था किन्तु विश्विद्यालय ने इस मूल्यांकन कर्ता के विरुद्ध भी अभी तक कोई अनुशासनात्मक कार्यवाही नहीं की है।


साथ ही एनएसयूआई का आरोप है कि स्थानीय पीजी कॉलेज में प्राचार्य और उनके बहन के द्वारा सेमेस्टर परीक्षा में भी गड़बड़ी की गई थी, इसकी जांच भी विश्वविद्यालय द्वारा ठीक से नहीं की जा रही है। इस सेमेस्टर परीक्षा की पूरी पूरक उत्तरपुस्तिका बाजार से बरामद की गई थी। एनएसयूआई बस्तर जिले के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष मनोहर सेठिया ने कहा कि इसकी निष्पक्ष रूप से जांच कर कार्यवाही होनी चाहिए। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करे अन्यथा एनएसयूआई उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी। ज्ञापन सौंपने के दौरान बस्तर जिला एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश सचिव अरूण गुप्ता, फैसल नेवी, यशवंत मौर्य, विवेक राव, जशकेतन जोशी, हरेश सेठिया, अभय सिंह, नरेन्द्र राज साहू, अश्वनी कश्यप सहित एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

देखें ज्ञापन..

Dinesh KG
सिर्फ खबरें लगाना हमारा मक़सद नहीं, कोशिश रहती है कि पाठकों के सरोकार की खबरें न छूटें..
error: Content is protected !!